इस लेख में आज हम कलयुग का अंत से जुडी सभी जानकारी आपके सामने प्रस्तुत करेंगे | अधिकतर लोगों के मन में इस सवाल का जवाब जानने की इच्छा होती है की (Kalyug ka ant kab hoga) कलयुग का अंत कब होगा | इसके अलावा हम यह भी चर्चा करेंगे की Kalyug ke bad kaun sa yug aaega और कलयुग कितने साल का है |

Kalyug ka ant जानने से पहले आपको यह पता होना चाहिए की कलयुग की शुरुआत कैसे हुई थी | इसलिए हमने इस आर्टिकल में कलयुग की शुरुआत से कलयुग का अंत और कलयुग के बाद कौन सा युग आएगा इसके बारे में विस्तार से बताया है |
यह आर्टिकल आपके अच्छे से समझ आये इसके लिए हमने इसे तीन हिस्सों में विभाजित किया है |
- कलयुग की शुरुआत कैसे हुई थी
- कलयुग का अंत कब होगा
- कलयुग के बाद कौन सा युग आएगा
चलिए अब तीनों बिन्दुओं को एक-एक करके विस्तार से समझ लेते हैं |
कलयुग की शुरुआत कैसे हुई थी
क्या आप जानते है की क्या कारण रहे होंगे जिसकी वजह से कलयुग को धरती पर आना पड़ा | महाभारत की समाप्ति के साथ-साथ द्वापरयुग की समाप्ति के दिन भी समीप आ रहे थे | तब धरती पर अपनी भूमिका निभा रहे भगवान श्रीकृष्ण बैकुंठ धाम लौट गए |
पांड्वो का मन इतनी बड़ी हिंसा के बाद पृथ्वी पर नही लग रहा था और उन्होंने सब कुछ त्याग कर मोक्ष यात्रा पर जाने का निर्णय लिया | धर्मराज युधिष्ठिर ने अपना पूरा राजकाज छोड़कर अर्जुन के पोते अभिमन्यु और उतरा के पुत्र परीक्षित को सौंप दिया और सभी अधिकारों में निपुण होने के कारण उसे राजा घोषित कर दिया |
बाद में युधिष्ठिर पांड्वो और द्रोपदी के साथ मोक्ष प्राप्ति के लिए हिमालय की ओर निकल गये | अब धरती पर सम्राट परीक्षित का राज था जो भगवान कृष्णा, माता लक्ष्मी, भीष्म पितामह और विधुर जैसे विद्वानों के आभाव में सही से राजपाट चलाने का प्रयत्न कर रहे थे |
कहा जाता है द्रौपदी और पांडव जब हिमालय मोक्ष यात्रा पर चले गये तब एक दिन धर्म स्वयं बैल का रूप धारण करके और पृथ्वी देवी गाय का रूप लेकर सरस्वती नदी के पास बैठकर आपस में वार्तालाप कर रहे थे | गाय के रूप में बैठी पृथ्वी की आँखे आंसुओ से भरी हुयी थी | पृथ्वी को दुखी देख धर्म के रूप में बैल ने उनसे परेशानी का कारण जानना चाहा |
धर्म ने कहा की ‘हे देवी कहीं तुम यह देखकर घबरा तो नही गयी की मेरा बस एक ही पैर है’ या फिर तुम इस बात से दुखी हो कि तुम पर बुरी ताकतों का शासन होगा | इस प्रश्न का जवाब देते हुए पृथ्वी बोली कि ‘हे धर्म तुम तो सब जानते हो ऐसे में मुझसे मेरे दुखो का कारण जानने में क्या लाभ’ |
सत्य, मित्रता, त्याग, दया, विचार, अज्ञान, वैराग्य, ऐश्वर्य आदि के भगवान श्रीकृष्ण के बैकुंठ धाम चले जाने की वजह से कलयुग ने मुझ पर अपना दबाव बना लिया है | भगवान श्री कृष्णा के चरण कमल मुझ पर पड़ते थे जिसकी वजह से मै खुद को भाग्यशाली मानती थी, परन्तु अब ऐसा नही है अब मेरा सोभाग्य खत्म हो चूका है |
धर्म और पृथ्वी आपस में बाते कर ही रहे थे कि इतने में असुर के रूप में कलयुग वहां आ पहुंचा और गाय रूपी पृथ्वी और धर्म रूपी बैल को मारने लगा | उसी वक़्त राजा परीक्षित उसी रास्ते से गुजर रहे थे जब उन्होंने यह दृश्य देखा तो वह असुर रूपी कलयुग पर बहुत गुस्सा हुए |

राजा परीक्षित ने कलयुग से कहा की नीच पापी तू कौन है और क्यों इस निरपराध बैल और गाय को मार रहा है तू महा अपराधी है, तेरा अपराध क्षमा के योग्य भी नही है, इसलिए तेरी मौत निश्चित है | इतना कहकर राजा परीक्षित ने अपनी तलवार निकाली और कलयुग को मारने के लिए बढे |
राजा परीक्षित का गुस्सा देखकर असुर रूपी कलयुग डर के मरे थर-थर कांपने लगा | डर के कारण कलयुग ने अपनी वेशभूषा को उतारकर राजा परीक्षित के चरणों में गिरकर क्षमा याचना मांगने लगा |
राजा परीक्षित ने भी अपनी शरण में आये कलयुग को अपने जीवन की भीख मांगता देख उसे छोड़ दिया और उसे चेतावनी देते हुए कहा की ‘कलयुग तू मेरी शरण में आया है इसलिए मैं तुमने जीवनदान देता हूँ’ |
परन्तु अधर्म, पाप, झूठ, कपट, चोरी, दरिद्रता इन सबका कारण तू ही है, तू मेरे राज्य से अभी निकल जा और फिर भूलकर भी यहाँ कभी मत आना और फिर कलयुग ने राजा परीक्षित की बात सुनकर बड़ी चतुरता से कहा की पूरी धरती पर आपका ही राज है, पृथ्वी पर ऐसा कोई जगह नही जहाँ पर आपका राज ना हो |
ऐसे में मुझ जैसे तुच्छ प्राणी को आप धरती पर रहने के लिए कोई स्थान दे दीजिये | कलयुग के ये कहने पर राज परीक्षित ने सोचकर कहा की तुम असत्य, मद, काम एवं क्रोध का निवास जहाँ भी होगा उस चार जगहों पर तुम रह सकते हो |
परन्तु इस बात पर कलयुग बोला कि ‘हे राजन ये चारो जगह मेरे रहने के लिए कम है, मुझे ओर जगह भी दे दीजिये’ | कलयुग की यह मांग सुनकर राजा परीक्षित ने सोचा और उसको रहने के लिए सोने (स्वर्ण) के रूप में पांचवा स्थान दे दिया |
कलयुग ने इन पांचो स्थानों के मिल जाने के बाद वहां से तो चला गया लेकिन कुछ दूर जाने के बाद अदृश्य होकर वापस आ गया और राजा परीक्षित के सोने के मुकुट में निवास करने लगा और फिर इसी वजह से कलयुग का जन्म धरती पर हुआ |
इस पूरी कहानी की निचे विडियो में दिखाया गया है |
इस भाग में हमने जाना की कलयुग की शुरुआत कैसे हुई थी अब आगे हम यह जानेंगे की Kalyug kab khatm hoga
कलयुग कब ख़त्म होगा – Kalyug ka ant kab hoga
हिन्दू धर्म में कलयुग चार युगों में से एक है | इस युग की शुरुआत ब्रह्मा की रात्रि के बाद होती है और महायुग का तीसरा और चौथा युग होता है | यह युग संसार के वैभव, ज्ञान और धार्मिकता की अवनति के कारण चिह्नित होता है |
कलयुग के अंत (Kalyug ka ant kab hoga) के बारे में विभिन्न प्रकार की भविष्यवाणियों और पुराणों में बताया गया है, लेकिन इनमें किसी भी तिथि या वर्ष के बारे में स्पष्ट उल्लेख नहीं है की कलयुग कब खत्म होगा ।
कलयुग अधर्म, अज्ञान, भ्रष्टाचार, हिंसा, न्याय की अवहेलना और मनुष्यों की अधिकारों की उल्लंघना के कारण विख्यात है। कलयुग में लोगों के मन में अधर्म की प्रवृत्ति रहती है और वे नीति, धर्म और सत्य को छोड़कर स्वार्थ की भावना रखते हैं।
कलयुग के अंत के बारे में कुछ पुराणों और भविष्यवाणियों में उल्लेखित विचार हैं। अग्नि पुराण में कहा गया है कि कलयुग के अंत पर धर्म की बहुत कम उपस्थिति होगी और मनुष्यों की आयु कम हो जाएगी । भगवान विष्णु इस कलयुग में अवतार लेकर मनुष्यों की सहायता करेंगे और अधर्म का नाश करेंगे।
काली पुराण में भी कहा गया है कि कलयुग के अंत पर धर्म की प्रवृत्ति कम हो जाएगी, मनुष्य दुष्ट बन जाएंगे और अधर्म शुरू हो जाएगा। इसके बाद भगवान कल्कि आवतार लेकर अधर्म का नाश करेंगे और नए महायुग की शुरुआत होगी । Kalyug ka ant kab hoga के बारे में जानकारी लेने के बाद अब आगे हम इससे सम्बंधित सवालों पर चर्चा करेंगे |
कलयुग कितने साल का है – Kalyug kitne saal ka hai
हिन्दू धर्म ग्रन्थ के अनुसार कलयुग की आयु 432000 वर्ष की है | जब कलयुग की शुरुआत हुई थी तब मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ये पांचों ग्रह मेष राशी पर जीरो डिग्री पर आ गये थे | आधुनिक समय की गणना के अनुसार कलयुग 3102 ईसा पूर्व का था | ईसा मसीह के जन्म के बाद का 2022 वर्ष और बीत चुके है |
कलयुग को शुरू हुए अभी तक 5124 वर्ष का समय हो गई | ऐसे में देखा जाये तो कलयुग के कुल समय 432000 वर्ष में से 5124 वर्ष घटाए तो 426876 साल बाकी रह जाते है | इस प्रकार Kalyug ka ant होने में अभी बहुत समय बचा हुआ है | इसके बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें |
कलयुग के अंत में क्या होगा
हिन्दू धर्मं के शास्त्र और श्रीमद्धभागवत गीता व भविष्य पुराणों के अनुसार कलयुग जब अपनी अंतिम चरम सीमा पर होगा उस वक्त धरती पर पापी और अधर्मियों की संख्या अधिक बढ़ जाएगी |
इस धरती पर अधर्मियों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ेगी की लोग हर जगह चोरी-डकैती, लूटपाट, हत्या और अधर्मी रूपी कार्य करेंगे | इस संसार में लोग इतने हिंसक हो जायेंगे की वो संकट में भी एक दुसरे की सहायता भी नही करेंगे |
मनुष्य किसी दुसरे मनुष्य की हत्या करने में जरा भी संकोच नही करेगा | हर मनुष्य को यही भय रहता है की कलयुग के अंत में क्या होगा | कलयुग के अंत में महिलाये अपने पतियों की जरा भी इज्जत नही करेंगी तथा पराये लोगों के साथ सम्बन्ध रखेगी |
जो मनुष्य ताकतवर और धनवान होगा उसी का इस संसार में शासन चलेगा | कुछ इस तरह से होने वाला है Kalyug ka ant.
घोर कलयुग में क्या होगा
कलयुग के अंत में एक समय ऐसा भी आएगा जब इंसानों की उम्र केवल 10 से 20 साल तक ही रह जाएगी | इन्सान 15 वर्ष की उम्र में वृद्ध दिखाई देने लगेगा और साथ ही महिलाये 5 से 10 की उम्र में गर्भवती होने लग जाएगी |
कलयुग के अंत में इन्सान की लम्बाई 4 से 5 इंच रह जाएगी और सूर्य का तापमान इतना बढ़ जायेगा की लोग मकानों में ना रहकर सूर्य के तप से बचने के लिए जमीन में खड्डा खोदकर रहने लग जायेंगे | एक समय के बाद पेड़ो पर फल लगना बंद हो जायेगा और जो भी फल लगेंगे वो सुख कर नष्ट हो जायेंगे |
धरती पर पानी की कमी हो जाएगी लोग भूख प्यास के कारण मरने लगेंगे | कलयुग में गाय भैंस बकरियों की तरह छोटे–छोटे हो जायेंगे और दूध देना भी बंद कर देंगी | धरती पर भूमि का उपजाऊपन 5 से 7 फिट निचे चला जायेगा जिससे सारी धरती बंजर हो जाएगी और उस पर अनाज उगना मुश्किल हो जायेगा |
धरती पर अन्न नही उगने के कारण लोग को खाने के लिए कुछ नही मिलेगा और भयंकर अकाल पड़ेगा जिससे लोग भूख प्यास के कारण दम तोड़ने लगेंगे | धरती लोक के सभी देवी-देवता विलुप्त होकर अपने लोक की और प्रस्थान कर जायेंगे और गंगा नदी के साथ-साथ भारत की सभी पवित्र नदियाँ सुखकर स्वर्ग लोक में चली जाएगी |
कैसे ख़त्म होगा कलयुग – Kalyug ka ant kab hoga
जब धरती पर चारों तरफ अधर्म का सम्राज्य बढ़ जायेगा और जब लोग भूख से तड़प-तड़प कर मरने लगेंगे तब पुराणों में कही बात के अनुसार धरती पर भगवान विष्णु अपने दसवें अवतार के साथ भगवान कल्कि के रूप में अवतरित होंगे |
उसके बाद भगवान कल्कि पूरी धरती से पापियों और अधर्मियों का 3 दिन में ही सर्वनाश कर देंगे और धरती पर पुन: धर्म की स्थापना कर देंगे | जब धरती से कलयुग के सभी पापियों का नाश हो जायेगा तब नये युग सतयुग के निर्माण के लिए और कलयुग के असर को खत्म करने के लिए इस धरती पर लगातार 12 वर्षो तक लगातार भारी और मुसलाधार वर्षा होगी |
जिससे पूरी धरती पानी से जलमग्न हो जाएगी और ठंडी हो जाएगी और फिर जब एक साथ 12 सूर्य उदय होंगे और पानी से जलमग्न हुयी पृथ्वी का पूरा जल सोख लेंगे | तब इस धरती पर नये युग और नई भूमि का निर्माण होगा जिसको सतयुग के नाम से जाना जायेगा और फिर से इस धरती पट जीवन-यापन करना संभव हो जायेगा |
Kalyug ka ant kab hoga और कैसे होगा के बारे में जानने के बाद अब हम आगे यह जानेंगे की kalyug ke bad kaun sa yug aaega
कलयुग के बाद कौन सा युग आएगा – kalyug ke bad kaun sa yug aaega
जब धरती से कलयुग की समाप्ति हो जाएगी तब एक नये युग की शुरुआत होगी जो सतयुग के नाम से इस धरती पर जाना जायेगा | सतयुग की उम्र 17 लाख 28 हजार साल होगी | सतयुग में हर मनुष्य की आयु 4000 से 10 हजार हो जाएगी |
इन्सान बाहरी सुखो के बजाय मानसिक सुखो पर ज्यादा बल देगा और हर किसी से प्रेम की भावना रखेगा क्योकि प्रेम ही एक ऐसा मंत्र है जिसमे बिना किसी ईर्ष्या के एक दुसरे से प्रेम भाव रख सकता है | इन्सान का उच्च स्तर का ज्ञान फिर से धरती पर स्थापित हो जायेगा |
सतयुग में मनुष्य आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों पर आश्रित होकर सरल और संतुष्टिपूर्ण जीवन जीने लग जायेंगे | कोई भी मनुष्य लालच नही करेगा और लोग प्रकृति के साथ मिल जुल कर रहेंगे | मनुष्य को कोई भी बीमारियाँ नही होगी और मनुष्य के जीने की इच्छा कलयुग से ज्यादा रहेगी |
भारतीय हिन्दू पौराणिक कहानियो के अनुसार सतयुग के बाद त्रेता युग आएगा, त्रेता युग के बाद द्वापर युग और उसके बाद फिर से कलयुग की शुरुआत होगी | यह कर्म जब तक दुनिया का अंत नही हो जाता तब तक जारी रहेगा और फिर संसार का एक नया चक्र शुरू होगा |
मनुष्य सतयुग में उच्च आदर्श मूल्यों के साथ हमेशा सरल जीवन जियेगा और भगवान के प्रति सदा आस्था रखेगा | मनुष्य में भगवान को देखने की शक्ति होगी साथ ही ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास के कारण लोग भगवान से बाते करने में सक्षम होंगे |
कोई भी मनुष्य हिंसा नही करेगा अर्थात किसी दुसरे के साथ संघर्ष नही करेगा | हर कोई शांतिपूर्ण और सभी के साथ मिलकर रहेंगे | Kalyug ka ant और Kalyug ke bad kaun sa yug aaega के बारे में जानने के बाद अब आगे हम कलयुग से सम्बंधित उन प्रश्नों के जवाब जानेंगे जो बहुत बार पूछे जाते हैं |
FAQ – Kalyug ka ant
Q.1 कलयुग कौन था ?
हिन्दू धर्म में 4 युग होते है उनमे से एक है कलयुग | कलयुग के अलावा 3 अन्य युग सतयुग, त्रेतायुग और द्वापरयुग है | कलयुग चौथा और अंतिम युग है इसके बाद फिर से सतयुग का प्रारम्भ हो जाता है |
Q.2 कलयुग की शुरुआत कैसे हुयी ?
हिन्दू धर्म में कलयुग की शुरुआत का मुख्य कारण मान्यता के अनुसार महाभारत युद्ध है। महाभारत का युद्ध घोर और प्रचंड युद्ध था जिसमें पांडवों और कौरवों के बीच भयंकर संग्राम हुआ था। यह युद्ध भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। मान्यता के अनुसार, महाभारत युद्ध के पश्चात् द्वापरयुग समाप्त हुआ और कलयुग की शुरुआत हुयी |
Q.3 कलयुग के भगवान कौन है ?
जब कलयुग में पृथ्वी पर बहुत ज्यादा अधर्म और पाप बढ़ जायेगा तब भगवान विष्णु पापियों का सर्वनाश करने के लिए अपने दसवें अवतार भगवान कल्कि के रूप में अवतरित होंगे |
Q.4 कलयुग के अंतिम चरण में स्त्री-पुरुष कैसे होंगे ?
जब कलयुग अपने अंतिम चरण पर होगा तब स्त्री-पुरुष की उम्र 10 से 20 साल होगी | मनुष्य 1 साल की उम्र में वृद्ध हो जायेगा | कलयुग के अंत में मनुष्य की लम्बाई `4 से 5 इंच तक रहेगी और स्त्रियाँ 5 से 10 साल की उम्र में गर्भवती हो जाएगी | इसी तरह से होगा Kalyug ka ant.
Q.5 कलयुग में मनुष्य का क्या होगा ?
कलयुग में पृथ्वी पर अन्य युगों से ज्यादा अधर्म और पाप बढ़ता जाएगा | शास्त्रों में बताया गया है कि भविष्य में पृथ्वी पर कलयुग बहुत ज्यादा भयंकर होगा | कलयुग में ही मनुष्य अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ेगा और बिना मौसम बारिश, आंधी-तूफान, जल संकट का सामना करना पड़ेगा |
Q.6 क्या कलयुग 2050 में खत्म हो जायेगा ?
नहीं, कलयुग 2050 में खत्म नही होगा क्योकि कलयुग की उम्र 4,32,000 है और कलयुग शुरू हुए अभी 5123 साल हुए है | अभी कलयुग खत्म होने में 4,26,876 वर्ष बाकि है | 2050 में कलयुग का अंत (Kalyug ka ant) नहीं होगा |
Q.7 कलयुग के लिए भविष्यवाणी क्या है ?
कलयुग का ऐसा समय आयेगा जब धरती पर सत्य और दया का नामोनिशान नही रहेगा और अधर्मियों और पापियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी | विष्णु पुराण में भी बताया गया है की जैसे-जैसे कलयुग आगे बढ़ता जायेगा, वैसे-वैसे धर्म का अनुयायी और धर्म से जुडी सारी निशानियाँ विलुप्त हो जाएगी |
Q.8 Kalyug ke bad kaun sa yug aaega ?
कलयुग के बाद सतयुग आयेगा और सतयुग में धर्म का राज होगा |
Q.9 कलयुग में भगवान कल्कि अवतार क्यों लेंगे ?
कलयुग में भगवान कल्कि अधर्मियों और पापियों का सर्वनाश करने के लिए इस धरती पर विष्णु भगवान के 10वें अवतार के रूप में अवतार लेंगे और सतयुग की स्थापना करेंगे |
Q.10 कलयुग के 10 हजार साल बाद क्या होगा ?
मान्यता के अनुसार 10 हजार साल बाद धरती से सभी देवी-देवता पृथ्वी के पवित्र स्थान को छोड़कर जाने लगेंगे | धरती पर फसल नही उग पायेगी और ना ही धरती हरी-भरी रहेगी, जिससे धरती पर रहने वाले जीव-जन्तुओ के लिए जीवन जीना मुश्किल हो जायेगा |
समाप्ति शब्द – Kalyug ka ant
इस लेख में हमने जाना की Kalyug ka ant कैसे होगा और साथ ही यह भी विस्तार से जाना की Kalyug ka ant kab hoga ? इस लेख में बताई गयी कलयुग से सम्बंधित जानकारी आपको अच्छे से समझ आ गयी होगी |
आशा करते है इस लेख को पढ़कर अब आप जान गये होंगे की Kalyug kitne saal ka hai ? इस लेख से सम्बंधित आपके पास कोई जानकारी है तो हमारे साथ जरुर शेयर करे और इस लेख का कौनसा पार्ट आपको पसंद आया कमेंट करके जरुर बताये |